छठ पूजा : न भेदभाव, न छुआछूत, न हीं दंगा -फसाद का पर्व।
एक ऐसा त्योहार जो चार दिन चलता है। लेकिन इसमें कोई दंगा नहीं होता, इंटरनेट कनेक्शन नहीं काटा जाता, किसी शांति समिति की बैठक कराने की ज़रूरत नहीं पड़ती, प्रशासन की आवश्यकता नहीं होता, चंदे के नाम पर गुंडा गर्दी नहीं होती और ज़बरन उगाही भी नहीं होती। मधुशाला की दुकानें बंद रखने का नोटिस … Read more